वह मुझसे मिलने का कोई ना कोई बहाना ढूंढ लेते हैं मैं भी अपनी जान से भी ज्यादा उनसे प्यार करती हूं हर घड़ी सिर्फ उनका ख्याल रहता है जिसे हो जाए हमारी चाहते पूरी हम कोई ना कोई ऐसा अफसाना ढूंढ लेते हैं
दिल टूटा है आंसू बहा नहीं सकता अपने जख्मों को किसी को दिखा नहीं सकता जो राज खुल गया अपनी तौहीन होगी फब्तिया कहेंगे लोग मेरे हालात पर इशारा करते हुए